ग्लेशियर नेशनल पार्क (अंग्रेज़ी: Glacier National Park; उच्चा.: ग्लेशियर नेशनल पार्क) अमेरिकी राष्ट्रीय उद्यान है, जो कनाडा-संयुक्त राज्य अमेरिका की सीमा के उत्तर-पश्चिमी मोंटाना राज्य में स्थित है और कनाडा की ओर अल्बर्टा और ब्रिटिश कोलम्बिया प्रांतों से सटा हुआ है। यह उद्यान दस लाख एकड़ (4,000 किमी2) से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें दो पर्वत श्रृंखलाएँ (रॉकी पर्वत की उप-श्रेणियाँ), 130 से अधिक नामित झीलें, 1,000 से अधिक विभिन्न पौधों की प्रजातियाँ और वन्यजीवों की सैकड़ों प्रजातियाँ शामिल हैं। इस विशाल प्राचीन पारिस्थितिकी तंत्र को जो 16,000 वर्ग मील (41,000 किमी2) में शामिल संरक्षित भूमि का भाग है, “क्राउन ऑफ़ द कॉन्टिनेंट इकोसिस्टम” के रूप में संदर्भित किया गया है।[1]
ग्लेशियर नेशनल पार्क में लगभग सभी मूल स्थानीय पेड़-पौधे और जीव-जन्तु प्रजातियाँ हैं। बड़े स्तनधारी जैसे भूरा, भालू, मूस, और पहाड़ी बकरियों के साथ-साथ दुर्लभ या लुप्तप्राय प्रजातियाँ जैसे वूल्वरिन और कनाडाई लिनेक्स, भी इसी उद्यान में निवास करते हैं। यहाँ के पक्षियों की सैकड़ों प्रजातियों, मछलियों की एक दर्जन से अधिक प्रजातियों और कुछ सरीसृपों और उभयचर प्रजातियों को प्रलेखित किया गया है। उद्यान में प्रेरी से टुंड्रा तक कई पारिस्थितिकी-तंत्र हैं। उद्यान के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में पश्चिमी रेडेकार्डर और हेमलॉक के जंगल हैं। उद्यान के जंगलों में आग लगना एक आम बात है। 1964 को छोड़ कर उद्यान में हर साल आग लगती है। 1936 में 64 बार आग लगी थी जो रिकॉर्ड में सबसे अधिक है।[2][3] 2003 में लगी छह आग ने लगभग 136,000 एकड़ (550 किमी2), उद्यान के 13% से अधिक हिस्से को जला डाला था।[4]
इतिहास
पुरातत्व प्रमाणों के अनुसार, मूल निवासी कोई 10,000 साल पहले पहली बार हिमनद क्षेत्र में आए थे। ब्लैकफ़ीट जनजाति अब उद्यान के हिस्से हो चुके पूर्वी ढलान के साथ-साथ पूर्व की ओर ग्रेट प्लेन निवास करती थी।[6] उद्यान की पूर्वी सीमा पर आज ब्लैकफ़ीट इंडियन अभ्यारण्य है जबकि फ्लेथेड इंडियन अभ्यारण्य उद्यान के पश्चिम और दक्षिण में स्थित है। 1895 में ब्लैकफ़ीट के मुखिया व्हाइट कॉफ़ ने अमेरिकी सरकार को लगभग 800,000 एकड़ का पर्वतीय क्षेत्र, 15 लाख डॉलर में बिक्री के लिए अधिकृत किया। इस शर्त पर कि जब तक कि यह संयुक्त राज्य की सार्वजनिक भूमि रहेगी, वह लंबे समय तक भूमि का उपयोग शिकार के लिए कर सकेगें।[7] इससे उद्यान और अभ्यारण्य के बीच वर्तमान सीमा की स्थापना हुई।
1806 में मैरियास नदी में सफ़र करते हुए, लुईस और क्लार्क अभियान उस क्षेत्र के 50 मील (80 किमी) के भीतर तक आ गए थे जो अब उद्यान है।[8] 1850 के बाद खोज की एक शृंखला ने उस क्षेत्र की समझ को आकार देने में मदद की जो बाद में उद्यान बन गया। 1885 में जॉर्ज बर्ड ग्रिनल ने प्रसिद्ध खोजकर्ता (और बाद में जाने-माने लेखक) जेम्स विलार्ड शुल्ज़ को इस क्षेत्र में एक शिकार अभियान में मार्गदर्शन करने के लिए काम पर रखा।[9] इस क्षेत्र में कई और यात्राओं के बाद, ग्रिनेल यहां के परिदृश्यों से इतना प्रेरित हो गए कि उन्होंने अगले दो दशकों इसे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में स्थापित करने के लिए बिताए। 1901 में ग्रिनेल ने उस क्षेत्र का वर्णन लिखा जिसमें उन्होंने इसे “क्राउन ऑफ़ द कॉन्टिनेंट” कहा था। भूमि की रक्षा के उनके प्रयासों ने उन्हें इस अभियान का प्रमुख योगदानकर्ता बना दिया।